रविवार, 16 मई 2021

बुद्ध पूर्णिमा हिंदी में।Buddha poornima in hindi

नमस्कार दोस्तो आज हम बात करने वाले है बुद्ध पूर्णिमा के बारे में की किस तरह से Buddha Purnima पर पूजा की जाती है,उसका महत्व, और क्यों मनाई जाती हैं और गौतम बुद्ध के बारे में ? इन सभी बातों को जानने के लिए आपको इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़े।

बुद्ध पूर्णिमा का महत्व 

बुद्ध पूर्णिमा का महत्व इसलिए है कि उन्होंने अपने माता - पिता, पत्नी, पुत्र ,राज-पाट त्याग कर वनों में भटके और कठोर तपस्या के बाद बोधगया में गौतम बुद्ध को को सत्य का ज्ञान प्राप्त हुआ था। गौतम बुद्ध का जन्म वैशाख मास की बुद्ध पूर्णिमा को हुआ था। इसलिए इसे बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता हैं। Buddha Purnima दोनों धर्म को मानने वाले के लिए पर्व के रूप में मनाया जाता है। बुद्ध के अनुयायि बुद्ध पूर्णिमा को मनाते हैं और हिदुओं में गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु जी के नवे अवतार मानते है। ज्यादा तर लोग गौतम बुद्ध के जन्म स्थान नेपाल में लुंबनी को मानते है। वैसे इस बार Buddha Purnima 2021 में 26 मई दिन बुधवार को है। यह दिन हिन्दू धर्म बुद्ध धर्म के एक पर्व की तरह है।
Buddha poornima in hindi

पर्व का नाम        बुद्ध पूर्णिमा
                         वैशाख पूर्णिमा
                     
अन्य नाम          गौतम बुद्ध जयंती

अनुयायि             बौद्ध

तिथि                वैशाख पूर्णिमा


बुद्ध पूर्णिमा कैसी मनाई जाती हैं?

Buddha Purnima के दिन घर के मंदिर में विष्णु जी के पास दिया जलाकर फूल चढाकर पूजा की जाती है और घरों को भी  सजाया जाता है। मुख्य द्वार पर हल्दी से कुमकुम से स्वस्तिक बनाया जाता है व घर के आंगन में रगोली भी बनाई जाती है। बोधिवृक्ष के आस-पास दिया जलाया जाता है एवं वृक्ष के  जड़ में दूध विसर्जित फूल चढाए है , गरीबों को भोजन व कपड़े भी दान किया जाता है।

बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाई जाती हैं?

सिद्धार्थ यानी गौतम बुद्ध अपना घर-परिवार त्यागने के बाद सत्य की तलाश में सात वर्षो तक वनो में भटकते रहे। यही पर उन्होंने कठोर तप किया और अंत में उन्हें वैशाख पूर्णिमा के दिन बोधगया नामक स्थान में बोधिवृक्ष के नीचे बुद्धत्व ज्ञान प्राप्त हुआ। और तभी से इस दिन को बुद्ध पूर्णिमा के रूप में जाना जाता है और Buddha Purnima के रूप में मनाया जाता है।

बुद्ध पूर्णिमा में किस की पूजा की जाती है?

बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान गौतम बुद्ध की की पूजा की जाती है। भगवान गौतम बुद्ध को हिंदुओं में विष्णु जी का नौवा अवतार माना जाता है। परन्तु बौद्ध धर्म को मानने वाले गौतम बुद्ध के विष्णु जी के नवे अवतार को नहीं मानते है।

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सोमवार, 10 मई 2021

अक्षय तृतीया का महत्व । Akshay Tritiya ka mahatva

नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले Akshaya Tritiya की क्या खास बात है इस  दिन और इस का महत्व की ,वैसे तो यह दिन बहुत शुभ माना जाता है इस दिन पर सारे मंगल कार्य किए जाते हैं इस दिन खरीदी शुभ कार्य सभी प्रकार के शुभ कार्य किए जाते हैं। 
Akshaya Tritiya पंचांग के अनुसार वैशाख मास की शुक्ल पक्ष को मनाई जाती हैं । इस लिए इस तृतीया को अक्षय तृतीया कहा जाता है। लेकिन इस बार Akshaya Tritiya 14 मई 2021 शुक्रवार को है। तो आइए जानते अक्षय तृतीय से जुड़े अन्य बातें।

Akshaya Tritiya का महत्व

Akshaya Tritiya पंचांग के अनुसार वैशाख मास की शुक्ल पक्ष को मनाई जाती हैं । इस लिए इस तृतीया को अक्षय तृतीया कहा जाता है। लेकिन इस बार Akshaya Tritiya 14 मई 2021 शुक्रवार को है। इस दिन मां लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना की जाती हैं। इस दिन सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया  की तिथि को बहुत ही शुभ माना जाता है। और इस अवसर पर लोग तरह-तरह की वस्तुओं की खरीदी करते है जैसे सोना-चांदी  कपड़े, गाड़ी और भी बहुत कुछ, क्यों यह दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस शुभ कार्य किए जाते है जैसे शादी, अक्षय तृतीया पर विवाह मुहूर्त, ग्रह प्रवेश आदि। इस दिन कोई पचांग देखने की कोई जरूरत नहीं होती बल्कि यह पूरा दिन ही शुभ होता है।
Akshay Tritiya 2021


पर्व का नाम     अक्षय तृतीया

अन्य नाम        अक्षय तृतीया,अख तीज

धर्म                हिन्दू

तिथि              वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया

अनुयाई         हिदू ,जैन

उद्देश्य           धर्म, पुण्य , पितरों की पूजा,सुख शांति

उत्सव           व्रत , दान ,पूजा

पितरों का पिंड दान

Akshaya Tritiya  की तिथि को बहुत ही शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया का पर्व पितरों को प्रसन्न करने के भी शुभ  माना गया है। इस दिन पिंड दान करने से  पितरों का आशी्वाद  मिलता है। पितरों के आशी्वाद से  जीवन में आने वाली दुःख  दूर हो जाते है। अक्षय तृतीया से सतयुग और त्रेता युग का आरम्भ माना जाता है। एवम् इसके साथ ही इस तिथि पर द्वापर युग का समापन माना जाता है।

अक्षय तृतीया पर पूजा 

इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी की पूजा की जाती हैं। मान्यता के अनुसार पूजा करने से जीवन सुखी रहता है।  एव सारी इच्छाएं पूर्ण होती है।  इस दिन भगवान परशुराम की भी पूजा की जाती है, क्यों इस दिन भगवान परशुराम जी का जन्म हुआ था। भगवान परशुराम जी विष्णु जी का छटवा अवतार माना जाता है। 

अक्षय तृतीया क्या है?

अक्षय तृतीया या आखा तीज वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है। इसी कारण इसे अक्षय तृतीया कहा जाता है।

अक्षय तृतीया पर क्या करना चाहिए

अक्षय तृतीया  पर सोना - चांदी ,आभूषण, कपड़े, गाड़ी, अन्य प्रकार की खरीदी करना चाहिए। इसके साथ शुभ कार्य शादी  और अन्य शुभ कार्य कार्य करना चाहिए।



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मंगलवार, 4 मई 2021

'द बिग बुल' की कहानी हिंदी में । story of 'The Big Bull' in hindi,The Big Bull Review

नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं 'द बिग बुल' सीरीज की। इस वेब सीरीज में किस प्रकार से एक्टर ने अपना किरदार निभाया है। यह कहानी शेयर बाज़ार पर आधारित है इस वेब सीरीज में बैंकिंग सिस्टम की खामी का फायदा उठाकर किस तरह से हेमंत शाह यानी अभिषेक बच्चन आगे तो बढ़ते है और उतने जल्दी पकड़े जाते है। कहानी में कभी-कभी ऐसा लगता कि सच इस तरह से हो सकता है, क्या या नहीं । इसलिए आपको इसमें थोड़ा सब्र करना होगा जैसी कहानी आगे बढ़ती है वैसे-वैसे एक्साइटमेंट बढ़ते जाता है। इस वेब सीरीज में हेमंत शाह यानी अभिषेक बच्चन एक गुजराती मिडिल क्लास फैमिली से  है और यह कहानी इन्हीं से शुरू होती है, इसलिए इस आर्टिकल को अच्छे से और पूरा पढ़ें।

'द बिग बुल' की कहानी

इस फिल्म की कहानी मे हेमंत शाह यानी अभिषेक बच्चन एक मिडिल क्लास फैमिली से है, लेकिन वह बड़े सपने देखता है। और वह उसे हासिल करना चाहता है और जल्दी एक अमीर आदमी बनना चाहता है। उसका एक छोटा भाई है, वीरेन शाह यानी सोहम शाह। वीरेन शाह को पता होता है, कि शेयर बाजार में निवेश करके पैसों को कई गुना बढ़ाया जा सकता है। हेमंत शाह भी पैसा लगता है। सीखने के बाद हेमंत भी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सब-ब्रोकर बन जाता है, फिर ब्रोकर उनकी कंपनी प्रॉफिट में जाती है। हेमंत बैंकिंग सिस्टम में खामियों का फायदा उठाने लगता है। इसी वजह से वह जल्दी से अमीर बनता जाता है। बहुत जल्द ही शेयर बाजार का बड़ा बादशाह बन जाता है। वह साधारण आदमी को भी शेयर बाजार में निवेश के टिप्स देता हैं और समझाता भी है।इससे साधारण लाखों लोग पैसा कमाते हैं।

Film : The Big Bull

Artists : Abhishek Bachchan, Ileana D'Cruz, Nikita Dutta, Ram Kapoor

Director : Kuki Gulati

इस तरह से वह जनता के बीच भी बहुत फेमस हो जाता है। क्यूकी वह जमीन से जुड़ा हुआ होता है। इसी बीच उसके निजी जीवन में एक लड़की आती है वो तो उसे मिडिल क्लास थे तब से प्यार करते थे । उसका नाम प्रिया पाटिल यानी निकिता दत्ता है, जिसे वह प्यार करने लगता है, उससे शादी करना चाहता है, लेकिन लड़की के पिता अपनी बेटी की शादी एक Stock broker से नहीं करना चाहते। प्रिया पाटिल के पिता उसकी शादी कहीं और फिक्स करा देते है, तो हेमंत उस लड़के को पैसे देकर मना करा देते है। इस प्रकार उनकी शादी प्रिया पाटिल से हो जाती है। इधर, तेजी से उड़ रहा हेमंत तब घबराने लगता है, जब उसके खिलाफ एक न्यूज रिपोर्टर मीरा राव यानी इलियाना डीक्रूज़ उनके बारे में लिखने लगती है। मीरा हेमंत शाह के व्यवसाय के संचालन के तरीकों के बारे में आर्टिकल लिखती है। उसके द्वारा किए जा रहे घोटालों को पर्दाफाश करती है। इस तरह एक दिन हेमंत शाह अरेस्ट वारनेट आता है और वे कानून की गिरफ्त में आ जाता है। इसके बाद उसके साथ उन्हें जेल हो जाती है? क्या हेमंत शाह दोबारा सफलता की सीढियां चढ़ पाता है या फिर हमेशा के लिए सब खत्म हो जाता है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आपको वेब सीरीजी देखनी चाहिए।

कहानी में ट्विस्ट

कहानी में ट्विस्ट तब देखने को मिलता है,जब हेमंत शाह बैंकिंग सिस्टम के लूप के जरिए उचाई पर तो चले जाते है, वैसे उनके भाई वीरेन शाह को डर लगने लगता है, की हम गलत कर रहे है, तो वह इसकी जानकारी एक लड़की के द्वारा न्यूज रिपोर्टर मीरा राव यानी इलियाना डीक्रूज़ को देते इस तरह रिपोर्टर को पता चलता है। तो वह उनके बारे में लिखने लगती है। 

'The Big Bull' वेब सीरीज का परफॉर्मेंस कैसा है?

किसी भी फिल्म को सुपरहिट बनाने में पांच बातें सबसे इंपॉर्टेंट होती है। कहानी, एक्टिंग, कैरेक्टर, एडिटिंग और म्यूजिक। वेब सीरीज 'द बिग बुल' के कहानी और कैरेक्टर तो सभी को पहले ही पता है। ऐसे में एक्टिंग, एडिटिंग और म्यूजिक पर सफलता निर्भर है। फिल्म 'The Big Bull' की पूरी टीम को शायद ये बात पहले से पता थी, इन्हीं कारणों से ही सभी बातों पर विशेष जोर दिया गया है। जैसा कि पहले ही बताया कि एक्टिंग की बात तो बहुत अच्छी है। गाने सिचुएशन के हिसाब से ठीक-ठाक लग रहे हैं। डायरेक्‍टर कूकी गुलाटी ने निर्देशन के साथ ही कहानी और script पर मेहनत की है। कुल मिलाकर यह सीरीज आपको जरूर देखनी चाहिए।

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सर्च इंजन क्या होता है?,Search engine की कार्य प्रणाली  

नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले है सर्च इंजन के बारे में,आप ने सर्च इंजन गूगल के बारे में तो काफी सुना होगा और उसे यूज भी करते होंगे? क्या आपको पता है,की इसके अलावा भी कोई और सर्च होते है अगर नहीं भी पता होगा तो कोई बात नहीं हम आप इस आर्टिकल के माध्यम से आपको इसकी जानकारी देंगे, तो चलिए शुरू करते है।

सर्च इंजन क्या होता है?

सर्च इंजन एक ऐसा साधन है जो इंटरनेट पर उपस्थित सूचनाओं को खोजता है इसके साथ ही यूज़र के लिए आसान प्राप्ति के लिए सूचनाओं को क्रमबद्ध वर्गीकृत और उपयुक्त श्रेणियों में विभाजित करता है।सर्च इंजन का उदाहरण है गूगल ।
Search engine kya hai

 जब सर्च इंजन की सहायता से वेबसाइट को खोजा जाता है तो यह अपने सर्च के परिणाम को भी एक अस्थाई वेबपेज के रूप में प्रदर्शित करता है। इन परिणाम वाले वेब पेज में उन सभी वेब पेज ओं के नाम होते हैं जिनमें प्रवक्ता के लिए दिए गए हैं Keyword आते हैं यह सभी नाम Hyperlink के रूप में होते हैं जिन पर माउस बटन क्लिक करके पहुंचा जा सकता है। इंटरनेट पर वेबसाइट खोजने के लिए बहुत से सर्च इंजन उपलब्ध है जो कि user द्वारा दी गई कैरेक्टर स्ट्रीग के आधार पर वेबसाइट खोज सकता है। यहा कैरेक्टर स्ट्रीग किसी व्यक्ति का नाम, कंपनी का नाम कोई भी  keyboard या तारीख आदी कुछ भी हो सकता है। यह यूजर पर डिपेंड करता है, कि वह किस तरह की खोज सर्च इंजन पर कर रहा है।

सर्च इंजन के उपयोग

सर्च इंजन के उपयोग की बात करे तो यह किसी भी चीज की जानकारी सर्च करने  के लिए किया जाता है। सर्च इंजन का उपयोग वीडियो,चित्र,जानकारी, अन्य चीजों के लिए भेे किया जाता है। यूजर इसे अपने जरूरतों के हिसाब से इसका उपयोग करता है।

Search engine की कार्य प्रणाली  

वे सभी वेब सर्वर जो सर्च इंजन की सुविधा प्रदान करते हैं अपनी hard disk पर एक डाटाबेस संचित करके रखते हैं, जहा इंटरनेट पर उपलब्ध कई संसाधनों के पत्ते संचित होते हैं। सर्च इंजन user तथा डाटाबेस के बीच मध्यस्था का कार्य करता है। सर्च इंजन की सहायता से यूजर अपने Keyword वेब सर्वर को देखकर उसके database में ढूंढ सकता है।

कुछ सर्च इंजन यूजर द्वारा दिए गए शब्दों को उस वेबपेज के सिर्फ टाइटल में खोजते हैं तथा कुछ संपूर्ण वेब पेज में उनकी कीवर्ड को ढूंढते हैं जो खोज के अंतिम परिणाम के रूप में उन वेबसाइट के नाम हाइपरलिंक के रूप में प्रदर्शित हो जाते हैं जिनमें वह कीवर्ड मिले हैं। इन हाइपरलिंक पर क्लिक करके हम उन वेबसाइट तक आसानी से पहुंच सकते हैं।

सर्च इंजन के अवयव 

एक सर्च इंजन में मुख्यतः निम्नलिखित 3 अवयव का होना आवश्यक है-

 Spider 


Robot तथा crowler नाम से पहचाने जाने वाला विशेष प्रोग्राम है जो कि लगातार इंटरनेट के वेब पेज को खोजता रहता है तथा वहां उपलब्ध सूचना को प्राप्त करता रहता है किसी भी वेब पेज से सूचना को एकत्रित करने के बाद स्पाइडर वहां उपस्थित अन्य link पर क्लिक करके अपनी खोज आगे बढ़ाता जाता है। यह प्रोग्राम लगातार वेब में घूमते रहते हैं तथा सर्च इंजन की खोज को आसान बनाते हैं।

 Index

index एक तरह का catalog की तरह कार्य करता है जहां खोजे गए वेब पेज से प्राप्त सूचनाओं को एकत्रित कर रख जाता है यूजर द्वारा की गई कैरक्टर स्ट्रिंग को इसी इंडेक्स में ढूंढ कर वेब पेज का लिंक परिणाम स्वरूप प्रदर्शित करता है।

 Search engine program

यह सॉफ्टवेयर index में संचित हजारो वेब पेज को देखकर उन वेब पेजों का पता लगाने की कोशिश करता है ,जोकि यूजर द्वारा दिए गए keyword के आधार पर खरे उतरते हैं। वैसे तो सही मायने में सर्च इंजन शब्द का प्रयोग इस सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को ही कहा जाता है । लेकिन बोलचाल की भाषा में उस वेबसाइट को भी सर्च इंजन के नाम से जाना जाता है । जहां वेबसाइट खोजने के लिए इस प्रोग्राम के प्रयोग की सुविधा की गई है।

Search Engine का वर्गीकरण  

इंटरनेट पर वेब साइटों की खोज के लिए प्रयुक्त सर्च सॉफ्टवेयर को तीन भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है। 

 Web आधारित search engine  

इसमें उन वेबसाइटों को शामिल किया जाता है जहां वेबसाइट ढूंढने की सुविधा प्रदान की जाती है। इन वेबसाइट के पास अपना एक डाटाबेस होता है, जिसमें से ढूंढ कर वे यूजर को उसका इच्छित वेबसाइट पता दे सकता है। अपने स्पाइडर प्रोग्राम की सहायता से यह वेबसाइट को ढूंढ कर अपने डाटाबेस में उनके लिंग डालते जाते हैं।

Web directory

सर्च इंजन सॉफ्टवेयर के विपरीत वेब डायरेक्टरी उन वेबसाइटों का लिंक अपनी डायरेक्टरी में स्टोर करके रखती है जो कि उन्हें रखने के लिए दी गई है। दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है,कि वेब डायरेक्टरी सर्च इंजन की भांति संपूर्ण वेब को खोज कर उपलब्ध वेबसाइट के addres अपने में स्टोर करने के बजाय सिर्फ उन वेबसाइट के addres स्टोर करके रखती है, जिन्हें स्टोर करने के लिए कहा गया है। जब कोई यूजर वेब डायरेक्टरी का प्रयोग कर किसी वेबसाइट का पता मालूम करने की कोशिश करता है तो यह यूजर द्वारा दिए गए कीवर्ड को अपने डायरेक्टरी में खोज कर उस वेबसाइट का पता लगाने की कोशिश करता है जिनमें वे शब्द पाए जाते हैं।

Hybrid


हाइब्रिड की श्रेणी में उन वेबसाइटों को शामिल किया जा सकता है,जिनमें सर्च इंजन तथा वेब डायरेक्टरी दोनों के गुण पाए जाते हैं । अर्थात यह सक्रिय रूप से पूरे www में सर्च करते हैं तथा इनके पास अपनी डायरेक्टरी भी होती है जिनमें से भी अपनी खोज कर सकते हैं।

प्रमुख search engines 

Yahoo

इसका यूआरएल http://www.yahoo.com/ हैं। यहां एक सर्च डायरेक्टरी है जो श्रेणी बद्ध तरीके से विषय के आधार पर श्रेणी में व्यवस्थित होता है जिसे ब्राउज किया जा सकता है या सर्च किया जा सकता है।

    याहू के माध्यम से आप सर्च इसके डायरेक्टरी के चुनाव के द्वारा भी कर सकते हैं ,तथा साथ ही इसके सर्च टैक्स बॉक्स में वांछित विषय पर आधारित कीवर्ड के द्वारा संबंधित सूचना को एकत्रित कर सकते हैं।

Lycos

इसका यूआरएल http://www.lycos.com/है। लाइकोस एक बड़ा सर्च इंजन है, जिसके अंदर लाखों की संख्या में डेटाबेस समाहित हैं। यहां कई विषयों पर आधारित सर्च के परिणाम प्रदर्शित करता है। साथी ही वाक्य के समूह जैसे वाक्यांश या प्रश्न के आधार पर परिणाम यूजर के समक्ष प्रस्तुत करता है।

Excite

इक्साइड प्रमुख पर्सनलाइजेशन वेब पोर्टल है, जिसमें वित्त से लेकर पर्यटन, खेलकूद तक के विश्वस्तरीय सर्च सुविधा उपलब्ध है। इसका यूआरएल http://www.excite.com/ है। आगे की खंड में इस पर आधारित सर्च की प्रक्रिया समझाई गई है।

Hotbot

हॉटबॉट सर्च इंजन आपको सर्च करने के लिए विकल्प प्रदान करता है जिसमें inktomi, Google अर्थात AskJeeves शामिल है। आप इनमें से किसी विकल्प का चयन करके अपने सर्च को संपन्न कर सकते हैं। इसका यूआरएल http://www.hotbot.com/ है।

Altavista

अलताविस्ता वेब पर कंप्रेसिव सर्च करने के तरीके प्रदान करती हैं। इसके माध्यम से आप किसी भी विशेष देश के आधार पर अपने सर्च को संपन्न कर सकते हैं। यह सर्च इंजन कई भाषाओं में भी सच की सुविधा प्रदान करती हैं। इसे यूनाइटेड स्टेट के डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स कारपोरेशन द्वारा बनाए गया था।इसका यूआरएल http://www.altavista.com/ है।

Dogpile

इसका यूआरएल http://www.dogpile.com/है। डॉगपाइल पे पर सर्च करना आसान है। इस सर्च इंजन में कई सबसे अच्छे सर्च इंजन को समाहित किया गया है।

Google

गूगल इंटरनेट यूज़र को web, यूज नेट, तथा इमेज को सर्च करने मे सहायता प्रदान करता है। इसकी मुख्य विशेषताओं में पेजरैंक परिणामों का अनुवाद तथा सामान पेजों को ढूंढना शामिल है। इस का प्रयोग करने के लिए ब्राउज़र के यूआरएल बार में http://www.google.com/टाइप करें।

Mamma

मामा को सभी सर्च इंजनों की मां कहा जाता है। मामा आपको आपके सर्च का श्रेष्ठ सर्च इंजनों से सबसे बढ़िया रिजल्ट प्रदान करता है। या एक मेटा सर्च इंजन है। इसके लिए ब्राउज़र की यूआरएल बार में http://www.mamma.com/ टाइप करना होता है।

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सोमवार, 3 मई 2021

WWW क्या है?,World Wide Web कैसे कार्य करता है ?,www के Basic Features

नमस्कार दोस्तों क्या आपको पता है www kya hai और www कैसे काम करता है आज के Article में हम आपको उसकी जानकारी दी जाएंगे। Internet के बारे में हर कोई जानता है, लेकिन इसके बारे में किन-किन लोगों का हाथ रहा है यहां कोई नहीं जानता है। जब से Internet का Use हो रहा है तब से इस शब्द का प्रयोग हो रहा है और हर रोज इस word का प्रयोग किया जाता है।

वर्ल्ड वाइड वेब क्या है?

www का Full form होता है world wide web है।web का शाब्दिक अर्थ होता है जाल। चुकी यह पूरी world में फैले computer में stop एक दूसरे से जुड़ी हुई information का समूह वर्ल्ड वाइड वेब का जाता है। www एक ऐसा publicly दिखाई देने वाला वातावरण है जिसकी समस्त information, जैसे tex,image, audio एवं Video आदी, internet से ही access की जा सकती है। इन सूचनाओं को उचित प्रकार से प्राप्त करने के लिए internet मानक नियमों का पालन करना होता है। web को internet का पर्याय माना जाता है।
www kya hai

WWW का इतिहास

वर्ल्ड वाइड वेब का इतिहास काफी पुराना है।www के विकास की कहानी 1990 में शुरू हुई Switzerland स्थित एक Scientific research center CERN(Conseil European pour la Rechercne Nucleaire) साइंटिस्ट Tim Berbers Lee  एक दूसरे जुड़े Document की जाल को बनाने का प्रस्ताव रखा। इस मुख्य उद्देश्य research Scientist के बीच में Communication की सुविधा देना था। वर्ल्ड वाइड वेब के जनक टीम बर्नर्स ली को ही माना जाता है। उन्होंने web को इस प्रकार बनाया था की internet पर किसी अन्य computer के Document से link किया जा सके ।

1991 में सर्वप्रथम Text Based program तैयार किया गया जिससे Document को जोड़कर उन्हें उसी प्रकार पुनः प्राप्त किया जा सकता था।

उसके बाद 1994 में Marc Anerson ग्राफिक्स आधारित प्रोग्राम Mosaic तैयार किया गया जिससे www का प्रयोग किया जा सकता था। इसके बाद www के आगे विकास के लिए CERN तथा MLL संस्थाओं ने एक agreement sign किया गया जिसके तहत संगठन बनाया गया जिसका नाम world Wide Web कंसोर्सियम

रखा गया। इस organisation का कार्य www को और अधिक विकसित करना, मानक protocol की रचना करना तथा internet में एक दूसरे के document को जोड़ने की तकनीक विकसित करना था। इस प्रकार वर्तमान में www एक विश्वव्यापी information भंडार है जो internet का सर्वाधिक तेजी से विस्तार कर रहा है।


World Wide Web कैसे कार्य करता है ?

आप Internet use करते होंगे पर शायद आपको यह नहीं पता होगा कि WWW (World wide web)  किस तरह कार्य करता है। जब कोई user web document को open करता है तो इसके लिए एक प्रकार की application का use करता है जिसे web browser कहते हैं। जब किसी web browser में domon या URL का नाम लिखा जाता है तो browser http के doman address को search की request generate करता है क्योंकि हर dormon का अपना अलग-अलग address होता है इसके बाद browser domain name को server IP address में बदल देता है। जब address वह server जिससे dormon को host किया गया है वह match हो जाता है तो server उस Web browser के पास वापस सेंड कर देता है जिसको आप अपने Web browser पर आसानी से देख सकते हैं।

www के Basic Features

Internet की तरह www भी स्वतंत्र Platform होता है अर्थात इसकी सेवाएं प्राप्त करने के लिए किसी विशेष Hardware या Operating system आवश्यकता नहीं होती है।Www में कुछ विशेष प्रकार से तैयार किए गए server computer  को internet से जोड़ने जाता है।Internet के माध्यम से 2 computers के बीच hypertext  के transfer के लिए जिन protocol का प्रयोग किया जाता है उन्हें HTTP अर्थात hypertext transmission protocol कहते हैं। इस technology के माध्यम से कोई user यदि किसी hypertext पर mouse click करता है तो उससे संबंधित document खुलकर client के computer के Monitor पर प्रदर्शित हो जाएगा। वर्ल्ड वाइड वेब के कार्य आप जो जो सर्च करते है वो आपको प्रदान करना

Web Browser क्या होता है?

इंटरनेट से जुड़े इन www servers से किसी भी तरह का computer जोड़कर सूचना प्राप्त की जा सकती है। जिन प्रोग्रामों की सहायता से www server ओ से information प्राप्त की जाती है, उन्हें Web browser कहते हैं।Website पर उपलब्ध सूचना की इकाई एक web page कहलाती है।वेब ब्राउज़र का उदाहरण Chrome है।

Cyber Space क्या होता है ?


साइबरस्पेस मीनिंग इन हिंदी कोई भी व्यक्ति या organisation इस web servers कि disc पर कुछ मात्रा में रिक्त स्थान बुक करा सकता है तथा उसके बाद वहां जो information सामान्य प्रयोग के लिए रखना चाहे उस स्थान पर संचित कर सकता है। इस प्रकार तैयार किए गए स्थानों को website या Cyber Space कहते हैं।

Hyperlink क्या होता है ?

Web Pages पर information किसी भी प्रारूप में store की जा सकती है जैसे Text, graphics/drawing, audio, video आदी। किसी भी website पर उपलब्ध है सभी Web pages एक दूसरे से जुड़े होते हैं तथा जिस technology से जुड़े होते हैं उसे Hyperlink कहते हैं। यह word सन 1965 के करीब Ted Nelson द्वारा Use किया गया था।

Home Page क्या होता है ?


Website को जो web page सबसे पहले screen पर show होता है उसे homepage कहते हैं।

इस homepage पर अन्य सभी pages के link उपलब्ध होते हैं जिस पर mouse pointer ले जाकर click करने पर हम उस web page पर पहुंच जाते हैं। प्रत्येक main page पर फिर homepage पर आने का link भी उपलब्ध रहता है। Internet पर www द्वारा दिखाई जाने वाले या website को अद्वितीय पहचान देने के लिए प्रत्येक site को एक नाम दिया जाता है। उस नाम को Technical language में URL (Uniform Resource Locator) कहां जाता है।

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रविवार, 2 मई 2021

इंटरनेट वायरस क्या है ?वायरस से बचाव के उपाय, एंटी-वायरस प्रोग्राम

नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले internet virus के बारे में और जानेंगे बहुत सारी बातें तो इस आर्टिकल को अंत तक अवश्य पढ़ें ।इंटरनेट वायरस, वर्म और ट्रांजन हॉर्स का घर है। यह इंटरनेट का प्रयोग करते समय आपके कंप्यूटर सिस्टम में प्रवेश कर जाते हैं और अनेक प्रकार से हानि पहुंचाते हैं। इस अध्याय में हम इससे बचने के उपाय पर चर्चा करेंगे सबसे पहले जानते हैं कि आखिर यह वायरस, वर्म,ट्रांजन हॉर्स क्या होता है।

Virus

Virus एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम या कंप्यूटर का टुकड़ा होता है, जो आपके कंप्यूटर में आपकी अनुमति के बिना प्रवेश कर जाता है और आपके सिस्टम को क्षति पहुंचाता है। जब भी आप कोई infected program या या ईमेल अटैचमेंट खोलते हैं, तो वायरस आपकी कंप्यूटर में फैल जाता है, virus file डाउनलोड करने, web page खोलने और इंटरनेट के जरिए फाइलों के आदान-प्रदान से फैलता है।

यह वायरस आपकी कंप्यूटर से महत्वपूर्ण फाइल डिलीट करके आपकी hard disk नुकसान पहुंचा सकते हैं। कुछ वायरस पूरे कंप्यूटर में फैल कर डिस्क स्पेस घेर लेते हैं और आप कंप्यूटर की गति को धीमा कर देते हैं।

 Worm

वर्म वह कंप्यूटर प्रोग्राम होता है, जो अपनी अनेक प्रतियां बनाकर आपके कंप्यूटर की सामान्य action को बाधित करता है। वायरस के समान, वर्म स्वयं को अन्य फाइलों या प्रोग्राम से नहीं जो। यह वायरस से भी अधिक तीव्र गति से फैलता है और कंप्यूटर खोलते ही active हो जाता है। वर्मा एक कंप्यूटर से जुड़े अन्य कंप्यूटर में भी फैल जाता है और आपके डाटा फाइलों को डिलीट कर देता है। प्रायः वर्म आपके कंप्यूटर की random Access memory घेरकर कंप्यूटर की गति को slow कर देते हैं।

 Trojan horse

ट्रांजन हॉर्स उस प्रोग्राम को कहते हैं, जो एक लाभदायक प्रोग्राम के रूप में आपके सामने आता है और धोखे से आपकी सिस्टम में घुस जाता है। ऐसे प्रोग्राम  प्रायः मुफ्त इंटरनेट खेलों के रूप में आते हैं। कुछ ट्रांजन हॉर्स antivirus प्रोग्राम के रूप में आते हैं जो आपके कंप्यूटर से वायरस हटाने का वादा करते हैं, परंतु इसके विपरीत आपकी कंप्यूटर में अनेक प्रकार के वायरस डाल देते हैं।

वायरस तथा वर्म के समान,ट्रांजन हॉर्स अपनी अनेक copys नहीं बनाते। वे आपकी फाइलों और हार्ड डिस्क को नुकसान पहुंचाते हैं, और आपके कंप्यूटर से आपकी personal data गलत लोगों तक पहुंच जाते हैं और आप से फिरौती मांगते हैं।

वायरस से बचाव के उपाय

अपने कंप्यूटर सिस्टम और इसमें सुरक्षित फाइलों को वायरस,वर्म,ट्रांजन हॉर्स से बचाने के लिए निम्न सावधानियां बरतें-

1. उपयोगी एंटीवायरस प्रोग्राम को स्थापित करें जब भी हम इंटरनेट से जुड़ते हैं, वायरस,वर्म,ट्रांजन हॉर्स का खतरा बढ़ जाता है। जब तक हम एक good antivirus program का प्रयोग नहीं करेंगे, तब तक यहां खतरा बना रहेगा। इसलिए आवश्यक है कि आप अपने computer में एक अच्छा एंटीवायरस प्रोग्राम स्थापित करें। Anti-virus program के विषय में विस्तृत जानकारी आगे दी गई है।

2. अपनी आवश्यकता के अनुसार कंप्यूटर में firewall स्थापित करें। firewall आपकी कंप्यूटरो से होने वाले डेटा का आदान-प्रदान नियंत्रित करता है। इस विषय में विस्तृत जानकारी आगे दी गई है।

3. कोई भी फाइल या प्रोग्राम, जिसका प्रेषक संदेह आत्मा को उसे ना खोलें।

4. email attachment के फाइल extension को ध्यान से देखें। यदि extension exe,pif,bas,bat,cmd,com,cml,inf,js,lnk,msi,scr या vbs है, तो उस फाइल को वायरस स्कैन किए बिना ना खोलें।

5. ई-मेल जो आपको एक बड़ा इनाम मिलने की सूचना देते हैं और अधिक जानकारी के लिए किसी लिंक पर क्लिक करने या email attachment खोलने के लिए कहते हैं, ऐसे ही मेल लोगों से बचकर रहें।

6. पैच ट्यूसडे नामक सेवा का लाभ उठाएं। इसके जरिए माइक्रोसॉफ्ट हर महीने के दूसरे मंगलवार को पूर्ण सभी प्रोग्राम ओं की सूची बनाता है, जो आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसमें उन प्रोग्रामों से बचने के उपाय भी प्रदान किए जाते हैं। इन पैचो का प्रयोग करें और अपने कंप्यूटर को virus से बचाएं।

एंटी वायरस प्रोग्राम क्या है?

आजकल बाजार में आने की antivirus software उपलब्ध है, जी ने खरीद कर आप अपने कंप्यूटर में स्थापित कर सकते हैं। Norton antivirus एक प्रचलित सॉफ्टवेयर है। परंतु बाजार में मिलने वाले एंटीवायरस सॉफ्टवेयर प्रायः महंगे होते हैं। आप इंटरनेट से भी अनेक उपयोगी antivirus software download कर सकते हैं। यहां हम कुछ famous antivirus सॉफ्टवेयर के बारे में बताएंगे जिन्हें आप इंटरनेट से मुक्त डाउनलोड कर सकते हैं-

एवीरा एंटी वायरस

एवीरा 30 अलग-अलग वैरायटी में वायरसो और ट्रांजन हॉर्सो को scan करने की क्षमता रखता है। एक बार ढूंढ ले जाने के बाद, आप तय कर सकते हैं कि आप दूषित फाइलों को डिलीट या उसमें कुछ सुधार करना चाहते हैं।

आप avira को उसकी वेबसाइट से भी download कर सकते हैं।

एवीजी फ्री

AVG free जाना माना एंटीवायरस है। इसे प्रयोग करना बहुत ही सरल है। छोटा साइज होने के कारण यहां सॉफ्टवेयर ना तो अधिक स्थान गिरता है और ना ही आपके कंप्यूटर की गति को धीमा करता है। इसकी वायरस खोजने की क्षमता ने इसे दुनिया भर में पहले हुए computer user मैं काफी प्रचलित बना दिया है। आप इस सॉफ्टवेयर को वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं।

एंटीवायरस प्रोग्राम का उपयोग कैसे करते हैं?

इस प्रोग्राम के जरिए आप पूरे कंप्यूटर या खुद चुने हुए भागो को स्कैन कर सकते हैं। अब internet connection के जरिए इस प्रोग्राम को समय-समय पर अपडेट भी कर सकते हैं। यदि आप अपने कंप्यूटर कोई स्कैन करना चाहते हैं तो scan computer पर क्लिक कीजिए स्कैनिंग तुरंत शुरू हो जाएंगी। यदि आप कुछ विशेष भागों को स्कैन करना चाहते हैं तो इस कैन selected area विकल्प पर क्लिक कीजिए।आप जिस फोल्डर को स्कैन करना चाहते हैं उसे सिलेक्ट कीजिए और बटन पर क्लिक कीजिए। चुना हुआ फोल्डर तुरंत स्कैन हो जाएगा। 

जब भी स्कैनिंग के दौरान कोई वायरस पाया जाता है तो यहां आपको सूचित करेगा। अगर कोई वायरस नहीं पाया जाता तो यह स्कैनिंग का कार्य संपन्न करके आपको स्कैनिंग संपन्न होने का मैसेज प्रस्तुत करेगा। वायरस को मिटाने के लिए Heal बटन पर क्लिक करना होता है या infected file  को वायरस वर्ल्ड में पहुंचाने के लिए move to vault बटन पर क्लिक करने, virus valt एक प्रकार का स्टोर होता है, जिसमें सभी दूषित फाइलें सुरक्षित होती है।

फायरवॉल

Firewall आपके कंप्यूटर को अनेका अनाधिकृत हमलों से बचाता है, यह आपकी कंप्यूटर और इंटरनेट के बीच होने वाले आदान-प्रदान पर निगरानी रखता है और बाहरी साधनों द्वारा आपके कंप्यूटर तक अनाधिकृत रूप से पहुंचने से रोकता है। आपकी कंप्यूटर से डाटा या प्रोग्राम वह बाहरी साधनों तक आपकी अनुमति के बिना पहुंचने से रुकना इसका कार्य होता है। या आपकी कंप्यूटर को सुरक्षा प्रदान करता है ताकि आपकी पर्सनल जानकारी को कोई अनाधिकृत चुरा ना सके या खराब ना कर सके।

फ़ायरवॉल का उपयोग कैसे करते हैं?

Window  के नए updats मे फ़ायरवॉल पहले से इंस्टॉल होता है आपको केवल उसे ऑन रखना होगा। सबसे पहले start button पर क्लिक कीजिए। Control panel पर क्लिक कीजिए। अब कंट्रोल पैनल की विंडो में सिक्योरिटी पर क्लिक कीजिए, और फिर विंडोज फायरवॉल पर क्लिक कीजिए। जनरल टैब में on रेडियो बटन में क्लिक कीजिए और फिर ओके बटन पर क्लिक कीजिए। उसके पश्चात इसके विपरीत यदि फायरवॉल को ऑफ करना चाहते हैं तो general tab में on बजाएं off रेडियो बटन पर क्लिक करके ओके बटन पर क्लिक कीजिए।

मुफ्त फायरवॉल

Windows firewall आपके कंप्यूटर को सीमा सुरक्षा प्रदान करता है। या वायरस आदि से तो कंप्यूटर को दूर रखता है परंतु कंप्यूटर में पहले से ही install program को, जो इंटरनेट तक सूचनाएं पहुंचा सकते हैं, नियंत्रित नहीं करता। इसलिए कुछ प्रयोग करता कंप्यूटर में एक अन्य firewall install करना पसंद करते हैं, नीचे ऐसे ही कुछ फायरवॉल की सूची है जिसे आप मुफ्त में इंटरनेट से डाउनलोड कर सकते हैं-

1. जॉन अलार्म एक मुफ्त firewall है, जिसे आप इसकी वेबसाइट से भी डाउनलोड कर सकते है।


2. करियो पर्सनल firewall एक सॉफ्टवेयर है, जो आपके कंप्यूटर और इंटरनेट के बीच मध्यस्थ का काम करता है। यह कंप्यूटर को इंटरनेट और नेटवर्क से जुड़े हुए अन्य कंप्यूटरो के जरिए होने वाले हमलो से सुरक्षा प्रदान करता है। आप इसे इसकी वेबसाइट से भी डाउनलोड कर सकते हैं।


3. सिग्नेट पर्सनल firewall कंप्यूटर को घुसपैठियों, ट्रांजन हॉसो और अन्य हमलों से बचाता है। आप इसे इसकी ऑफिशियल वेबसाइट से भी डाउनलोड कर सकते हैं।

विंडो में सुरक्षा के उपाय


विंडो वायरस और घुसपैठियों के खिलाफ बेहतर सुरक्षा प्रदान करती हैं। इसमें पहले से ही एंटीफिशिंग फिल्टर विंडोज डिफेंडर, firewall आदि स्थापित है। यहां पर हम इनके विशेषताओं के बारे में बताएंगे

एंटी-फिशिंग


विंडोज में इंटरनेट एक्सप्लोरर इंस्टॉल होता है, जो एंटी-फिशिंग फिल्टर के साथ आता है। फिशिंग उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसके जरिए यूजर की पर्सनल जानकारी निकालने का प्रयास किया जाता है। Internet explorer ऐसे धोखे बाजो को पहले ही पकड़ लेता है और आपको सूचित कर देता है।

विंडोज डिफेंडर


विंडोज डिफेंडर विंडो का ही एक part है। यहां स्वयं कार्य करता है और कोई भी अनाधिकृत प्रोसेस की सूचना आप तक पहुंचा देता है जिससे आपको इनफॉर्म हो जाता है।

फायरवॉल

जैसे कि आपने पढ़ा विंडोज में पहले से ही Firewall को इंस्टॉल किया गया है जो आपके कंप्यूटर को वायरस आदि से बचाता है।

सुरक्षा सेटिंग

आप विंडो की सुरक्षा विशेषताओं को कभी भी एक्शन सेंटर के जरिए शुरू या बंद कर सकते हैं आप विंडोज डिफेंडर, समय-समय पर अपडेट आदि को अपनी इच्छा अनुसार नियंत्रित कर सकते हैं।


वायरस आने पर क्या करें?

मान लीजिए, कि यदि यह सभी संबंधी सुरक्षा सावधानियां बरतने के बावजूद आपके कंप्यूटर में वायरस आ जाता है ऐसी स्थिति में निम्नलिखित उपाय कीजिए-


1. यदि आपकी कंप्यूटर में एंटीवायरस प्रोग्राम है, तो उसके जरिए अपने पूरे सिस्टम की स्कैनिंग कीजिए।

2. यदि कोई नया वायरस है तो अपने एंटीवायरस सॉफ्टवेयर को अपडेट कर के सिस्टम को स्कैन कर लीजिए।

3. यदि आपका वर्तमान एंटीवायरस नए वायरस को खोजने में असमर्थ है तो इसे हटा कर कंप्यूटर में नया एंटीवायरस इंस्टॉल कीजिए।

4. यदि वायरस आपके डाटा और सिस्टम को अधिक हानी पहुंच जा चुका है ,तो डाटा वापस पाने और कंप्यूटर ठीक कराने के लिए किसी computer export से संपर्क कीजिए।

जो भी चीजे आप download करते हो आप उसे भी Scan करे । क्यू की इससे भी virus आने का खतरा बना रहता है।

यदि आप किसी Website पर Visit करते हैं तो एक चीज का जरूर ध्यान रखें कि वह Popular हो और register Website हो और ऐसे किसी भी Link पर क्लिक ना करें जिससे कि बाद में आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकें।
आप यदि Removable media जैसे कि pendrive Disc, को Scan करने के बाद ही उसका Use करें।




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शनिवार, 1 मई 2021

बारकोड क्या है,यह कैसे कार्य करता है, इसका इस्तेमाल किस प्रकार किया जाता है।barcode kya hai

नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं कि यह बार कोड क्या होता है और इसका इस्तेमाल किसके लिए किया जाता है(what is barcode in Hindi) आप लोगों ने तो barcode के बारे में सुना होगा।(barcode online generator) लेकिन आप शायद ही इसके बारे में जानते होंगे की बार कोड क्या होता है।

वैसे तो हर प्रकार के प्रोडक्ट पर बारकोड देखने को मिलता है और आपने इसे ऑनलाइन प्रोडक्ट आर्डर किया है ( barcode definition in Hindi) तो उस पर वगैरह पर देखा होगा या फिर आप किसी मॉल वगैरह में गए होंगे तो वहां पर भी बारकोड का इस्तेमाल किया जाता है ।यही वह barcode है जिसके बारे में आप जानने वाले हैं

बारकोड कि शुरुआत कहां से हुई?

बारकोड एक प्रकार का कोड होता है इसमें काले काले खड़ी लाइने होती हैं इनके बीच चौड़ाई के और दो प्रतियों के बीच की दूरी के हिसाब से इस में सूचनाएं होती हैं इन सूचनाओं को barcode reader की सहायता से कंप्यूटर में डालकर वस्तु उत्पाद के प्रकार आदि का पता लगाया जाता है।(barcode scanning) बारकोड का आविष्कार 1940 में Joe Safe Woodland तथा Banard silver ने मिलकर किया था। इसका प्रचार प्रसार का श्रेय Allen haber man को दिया जाता है।

भारत में बार कोड का इस्तेमाल वर्ष 1998 में National Information Industrial Workflow Force ने सभी उत्पादों पर barcode का प्रयोग जरूरी कर दिया था। barcode online scanner लेजर बीम का प्रयोग करता है (barcode scanning)लेजर बीम से निकलने वाली परावर्तित के नौ के द्वारा डाटा computer में डालता है।आज घर barcode का इस्तेमाल Bank वह post office  online parcel  आदी के लिए भी किया जाता है।

बार कोड क्या होता है?

Barcode किसी product के बारे में आंकड़े को सूचना को लिखने का एक अलग तरीका है barcode में समांतर रेखाओं के बीच के अंतराल का उपयोग किया जाता है । barcode कि इस विधि को एक विमीय barcode कहते हैं। barcode को scanner द्वारा ही पढ़ा जा सकता है। बार कोड को स्कैन करने के लिए Optical scanner की आवश्यकता होती हैं इसके बगैर इसे नहीं पढ़ा जा सकता।

barcode ky hai

barcode 

आपने barcode को कहां देखा है आपने barcode को ऑनलाइन पार्सल, क्रीम , खाने का तेल, पाउडर, क्रीम, हेयर ऑयल, एवं अन्य घरेलू सामान पर काली-काली खड़ी लाइंस वह जरूर देखा होगा, या एक प्रकार की टेक्नोलॉजी भाषा (barcode online generator)है इसे barcode कहा जाता है।

बारकोड से किस प्रकार की जानकारी प्राप्त होती हैं?

आपके मन में यह सवाल अवश्य उत्पन्न हो रहा होगा की barcode का इस्तेमाल किस लिए किया जाता है और इससे किस प्रकार की जानकारी प्राप्त होती है। तो हम आपके जानकारी के लिए बता दे कि barcode का इस्तेमाल उत्पाद के बारे में पूरी जानकारी जैसे कि उसकी कीमत, उसकी मात्रा, व किस देश ने उसको बनाया है, कब बनाया गया है आदि जानकारी दी जाती है। और इस barcode की खास बात यह है की इसके माध्यम से कंपनियों और स्टोरों को यह भी पता लग जाता है कि किसी उत्पाद की कितनी मात्रा उनके पास स्टॉक में उपलब्ध है। barcode के माध्यम से(barcode online generator) एक वस्तु या पैकिंग को पूरे विश्व में एक विशेष बारकोड ही प्राप्त किया जाता है । बारकोड का आवंटन इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनी एक संस्था द्वारा किया जाता है।

बारकोड कैसे कार्य करता है?