मिर्जापुर -2 की कहानी हिंदी में ।Mirzapur-2 story in hindi,Mirzapur-2 Review

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मिर्जापुर -2 की कहानी हिंदी में ।Mirzapur-2 story in hindi,Mirzapur-2 Review

नमस्कार दोस्तो आज हम बात करने वाले हैं Mirzapur 2 कि किस तरह पंकज त्रिपाठी ने लगातार सुर्ख़ियों में बने हुये है ,उन्होने किस तरह Mirzapur में अपना किरदार निभाया और यह लोगों को कितना पसंद आया । Mirzapur का first part देखने के बाद दर्शक Mirzapur 2 का बेसब्री से से इंतजार कर रहे थे आखिर ही रिलीज होने के बाद दर्शकों के बीच तहलका मचा दिया। Lock down के कारण Web series की Demand काफी ज्यादा बढ़ गई हैं।
क्योंकि लोग  Lockdown के समय में टाइमपास के लिए Web series ज्यादा देखना पसंद करते थे। और यही उनके इंटरनेट का साधन था। वैसे भी web series का प्रचलन काफी ज्यादा बढ़ गया है और अधिक से अधिक Bollywood star  में Web series में काम कर रहे हैं और इसमें अच्छी खासी फीस भी मिल जाती है।

Web series : Mirzapur 2 Review 

Starcast : Pankaj Tripathi, Ali Fazal, Divyendu Sharma, Shweta Tripathi, Rasika Duggal, Vijay Verma

Director : Gurmeet Singh and Mihir Desai

 'Mirzapur 2' कहानी में पहले सीजन की तरह घात-प्रतिघात खूब है और दिवाली से पहले ही इसमें गोली, बारूद और तमंचों की आतिशबाजी भी जमकर है। हालांकि, कहीं-कहीं खासकर पहले दो एपिसोड में कहानी थोड़ी स्लो लग सकती है पर Overall पहले सीजन के मुकाबले ज्यादा इन्टेन्स है। एक बात और, पहले सीजन के उलट 'Mirzapur 2' में महिलाएं सिर्फ Sex object नहीं हैं। इस पार्ट में महिलाओं का कैरेक्टर स्ट्रॉन्ग है। कालीन भैया यानी पंकज त्रिपाठी एक बार फिर अपने किरदार में कमाल कर रहे हैं। kalin bhaiya के बेटे munna tripathi का किरदार निभा रहे दिव्येंदु शर्मा ने अक्खड़ और बिगड़ैल युवक के रूप में पहली Series में जो उम्मीद जगाई थी, उसे Mirzapur 2 में भी बरकरार रखा है।


अब बात करते हैं कथानक की। इस बार कहानी पिछली बार से ज्यादा Twist के साथ हमारे सामने आती है। 'Mirzapur 2 ' की कहानी केवल राजा के बारे में नहीं है बल्कि उनके सिपाहियों, रानियों और उनकी लॉयल्टी की भी है। कहानी पिछली बार की ही तरह काफी ग्रिपिंग भी हैं और समझने में आसान भी। हां, बीच में कुछ ऐसे सीन भी हैं, जिन्हें देखते हुए धैर्य की जरूरत होती है तो कुछ ऐसे सीन भी होंगे जिन्हें देखते हुए आपका मुंह खुला का खुला रह जाएगा। गुड्डू पंडित और गोलू गुप्ता, munna tripathi, kalin bhaiya की बीवी Bina Tripathi और Sharad Shukla सभी Mirzapur की गद्दी पाने के लिए किसी पर भी घात करते दिखते हैं।

Ali Fazal उर्फ Guddu Pandit  'मिर्जापुर की गद्दी' के साथ भाई  पत्नी की मौत का बदला लेने आए हैं और इसमें उनका साथ देती है Shweta Tripathi यानी गोलू। गुड्डू पूरी सीरीज में घायल हैं और कदम-कदम पर Golu उनका साथ दे रही हैं। जहां ये दोनों अपने बदले की तैयारी में लगे हैं, वहीं पिछली बार की ही तरह Divyendu Sharma यानी munna tripathi खुद को 'योग्य' साबित करने में जुटे हुए हैं। सीरीज में जान डालने वाले kalin bhaiya (पंकज त्रिपाठी) एक मजबूर पिता-पति के रूप में ही नजर आ रहे हैं। जहां 'बदले' और खुद को 'योग्य' साबित करने की होड़ में ये पुराने खिलाड़ी एक-दूसरे से टक्कर ले रहे हैं, वहीं नई एंट्री Ratishankar Shukla के बेटे Sharad Shukla की हुई है, जो Mirzapur को अपना बनाकर अपने पिता का सपना पूरा करना चाहते हैं। शरद का किरदार अंजुम शर्मा निभा रहे हैं।Mirzapur 1  'की कहानी और जौनपुर तक सीमित थी, लेकिन इस बार उसका विस्तार लखनऊ और बिहार के सिवान तक हुआ है। Politics के तड़के के साथ कहानी में कुछ ऐसे नए ट्विस्ट और टर्न्स आएंगे, जिन्हें देखकर आप कहानी को Real life से जोड़ने पर मजबूर हो जाएंगे। maqbul ओरिजिनल नाम शाहजी चौधरी है उन्होंने बेस्ट एक्टिंग की है उन्होंने अच्छे बॉडीगार्ड का किरदार निभाया है उन्होंने अपने रोल के प्रति अपने मालिक के प्रति वफादारी का काम किया है।

'Mirzapur 2' की एक चीज, जो इसे पिछली बार से अलग बनाती है, वह है 'स्त्री शक्ति'। पिछली बार जहां दर्शकों को Strong female characters की कमी खली थी, वहीं इस बार शो के मेकर्स ने इस बात का पूरी तरह से ख्याल रखा है। Female characters के साथ खूब Screentime share किया गया है। कहानी में सभी महिलाएं फिर चाहे वह गोलू गुप्ता का किरदार निभा रहीं श्वेता त्रिपाठी हों, बीना के किरदार में रसिका दुग्गल हों, डिंपी के किरदार में हर्षिता गौर हों या माधुरी के किरदार में ईशा तलवार, सभी पिछली बार से ज्यादा सशक्त हैं। गोलू 'रिवॉल्वर रानी' के अवतार में नजर आएंगी, तो त्रिपाठी खानदान की बहू बीना भी बेबस और लाचार नहीं बल्कि आंखों में आंखें डालकर बाबूजी को जवाब देती हैं।

Mirzapur-2 की कहानी

गुड्डू पंडित और गोलू अपने connection से बिहार के सिवान के दद्दा त्यागी के बेटे भरत त्यागी से अफीम के बिजनेस के लिए बात करते हैं और उसे मना लेते हैं। दूसरी तरफ, रतिशंकर शुक्ला का बेटा शरद शुक्ला अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए कालीन भैया और मुन्ना त्रिपाठी के साथ आ जाता है। शरद को गुड्डू से अपनी पिता की मौत का बदला तो लेना ही है, लेकिन त्रिपाठियों से मिर्जापुर भी छीनना है। kalin bhaiyaव्यापारी और बाहुबली से आगे बढ़ते हुए राजनेता बनने की चाह में अपने बेटे मुन्ना त्रिपाठी की शादी मुख्यमंत्री की विधवा बेटी माधुरी से शादी करा देते हैं। kalin bhaiya की पत्नी बीना त्रिपाठी एक लड़के को जन्म देती है। उस बच्चे का पिता कौन है, यह सस्पेंस है।

गुड्डू के पिता अपराध की आंच में सुलगते और बर्बाद होते मिर्जापुर को बचाने तथा अपने बेटे बाबलू और बहू स्वीटी को न्याय दिलवाने की जद्दोजहद में लगे रहते हैं। इसमें उनका साथ देते हैं IPS अधिकारी मौर्या। अंत आते-आते एक बार फिर मिर्जापुर की गद्दी की लड़ाई kalin bhaiya और गुड्डू पंडित के बीच में सिमट जाती है। बीना अपने पति और सौतेले बेटे मुन्ना के खिलाफ गुड्डू और गोलू का चुपके-चुपके साथ देती हैं। इसमें उनका क्या स्वार्थ है और मुन्ना त्रिपाठी और शरद शुक्ला का क्या होता है, इन सवालों का जवाब जानने के लिए आपको Mirzapur 2 देखना पड़ेगा। कहानी का Climax बताकर हम आपका मजा किरकिरा नहीं करना चाहते हैं।

सीरीज के अमेजिंग फैक्टर्स

सीरीज का सबसे amazing और Secret character robin उर्फ Radheshyam Aggarwal हैं। राधेश्याम यूं तो Allrounder हैं, लेकिन पेशे से Investment का Business देखते हैं जो Guddu Pandit की बहन डिंपी से प्यार करते हैं और उनसे शादी करना चाहते हैं। यह अकेला ऐसा Character है, जो इस पूरी Black and white series को कलरफुल बनाए हुए है। रॉबिन का किरदार निभा रहे प्रियांशु पैन्यूली अपने किरदार के साथ जस्टिस करते हुए नजर आते हैं और पूरे सीजन में इनकी ये सिक्रेटिव पर्सनेलिटी दर्शकों को बांधकर रखती है।  series के आखिर में Munna Tripathi का पत्नी के लिए प्यार और सपोर्ट दिल जीत लेता है। मुन्ना का, 'आदमी को ज़िन्दगी में क्या चाहिए? एक साथी और इज्जत' जैसे Dialogue उसके Character में जान डाल देता है।

कौन और क्यों न देखें Mirzapur 2?

अगर आप लाइट सीरीज देखना पसंद करते हैं तो हो सकता है यह आपको पसंद न आए। शुरुआती दो Episode में Screen पर दिखाए गए खून-खराबे से हो सकता है कि आपका मन बैठ जाए।
 भाषा के लिहाज से देखा जाए तो Mirzapur-1 की तरह ही इसमें भी भरपूर गालियां हैं। अगर आप उत्तर प्रदेश या बिहार से बाहर के हैं या किसी नॉन-हिंदी बेल्ट क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं तो कहीं-कही भाषा समझने में आपको थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप cinema में suspense पसंद नहीं करते हैं तो भी यह series आपके लिए नहीं है।

कहां कमजोर है Mirzapur-2

शुरुआती दो episode की कहानी इतनी स्लो चलती है कि एक पल को यह आपको बोर कर सकती है। आपको खुद को कम-से-कम दो episode तक बांधकर रखना पड़ता है। हां, इसके बाद स्टोरी में जैसे-जैसे नए character आते जाते हैं, स्टोरी उतनी ही पावरफुल नजर आने लगती है। दद्दा त्यागी की स्टोरीलाइन शुरुआत में जरूर आपको अमेज करती है, लेकिन अंत तक उनका पार्ट खत्म हो जाता है। दद्दा का किरदार नाममात्र ही नजर आता है। हो सकता है यह कोशिश बिहार फैक्टर को जोड़ने के लिए की गई हो।

प्रश्नोत्तरी

1.मिर्जापुर सीज़न 2 के किस एपिसोड में गुड्डू और मुन्ना की मुलाकात हुई थी?
उत्तर कॉलेेज में

2.मिर्ज़ापुर 2 में लैप डांसर का नाम
उत्तर ज़रिना

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