Movie : The Family Man 2
Cast: Manoj Bajpayee, Sharib Hashmi, Samantha Akkineni, Priyamani, Sunny Hinduja, Sharad Kelkar
Directed by: Raj Nidimoru-Krishna DK
Release date: 4th June 2021
Streaming on: Amazon prime video
कहानी
The Family Man web series के निर्देशक राज निदिमोरु और कृष्णा डीके ने दर्शकों को बेहतरीन कहानी परोसने में कोई कमी नहीं छोड़ी।पिछली टाइम की बात की जाए तो श्रीकांत तिवारी और उनकी सीक्रेट एजेंसी की युद्ध आतंकवादियों से था, लेकिन इस बार उनका आमना सामना एक तमिल श्रीलंकन बागी सरकार से भी है जो स्वयं को बहुत बड़े क्रांतिकारी मानते हैं। इन गैंग में कई ऐसे सदस्य हैं जो अपनी सरकार को पावर में लाने के लिए अपनी जान कुर्बान करने को तैयार हैं। इन्हीं में एक महिला बागी भी है राजी (सामंथा अक्किनेनी), जो अकेले ही दस-दस लोगों को टपकाने में काफी है. उसे बंदूक चलाने और हाथ-पैर चलाने तोड़ने के अलावा प्लेन तक चलाने की ट्रेनिंग दी गई है। मिशन को पूरा करने की जिम्मेदारी उसके बाजुओं पर है। The Family Man 2 release date 4 jun 2021
प्रधानमंत्री बसु (सीमा बिस्वास) और श्रीलंका के राष्ट्रपति दोनों देश के बीच एक समझौते का करार होना है. इसके लिए श्रीलंका की सरकार उस बागी गैंग के एक खास आदमी की डिमांड करती है. प्रधानमंत्री इसके लिए राजी भरती हैं और फिर उस बागी गैंग के सदस्य को ढूंढ़ने का काम एजेंसी को सौंप दी जाती है। उस बागी गैंग के सदस्य को एजेंसी ढूंढ निकलती है पर उसे श्रीलंका को सौंपने से पहले एक बम धमाके में उसकी मौत हो जाती है। इस मौत के बाद उसका भाई जो कि बागी गैंग का लीडर स्तब्ध हो जाता है और अपनी सत्ता को करने में आतंकवादी समीर (दर्शन कुमार) से हाथ मिला लेता है. इंट्रेस्टिंग बात तो ये है कि समीर ने ही उसके बागी भाई को टपकाया है जिसका पता उनके अलावा और किसी को भी नहीं है। बागी गैंग का बॉस भाई की मौत का बदला लेने और अपनी सरकार को सक्रिय करने के लिए अपने आदमियों को मिशन पर लगा देता है।
इस मिशन का उद्देश्य प्रधानमंत्री बसु और श्रीलंका के राष्ट्रपति की मिलाप को मौत के नजारे में बदलने का है। इसके लिए वे जिस प्राविधिक का उपयोग करते हैं वह बेहद डेंजर और गुप्त होता है। यह प्राविधिक सिर्फ राजी को मालूम है जिसे प्लेन उड़ाने की ट्रेनिंग मिली है. सांवला रंग-रूप, चेहरे पर शांत पर क्रोध हाव-भाव, पुरुषों की ज्यादती सहती राजी, वह चेन्नई में एक छोटी सी फैक्ट्री में काम करती है. वह अपनी ओरिजनल पहचान छुपाकर रह रही है जो कि बस उस दिन का इंतजार कर रही है जब उसके बागी भाई-बहनों की मौत का बदला लिया जा सके. मिशन के ऐलान के पश्चात राजी वापस अपने बचे हुए बागी साथियों से मिलती है और कार्य को पूरा करने में लग जाती है।
वहीं दूसरी तरफ श्रीकांत तिवारी अब एक आईटी कंपनी में जॉब करने लगा है। पत्नी और बच्चों के सामने फैमिली मैन की छवि बनाने की कोशिश कर रहा है. लेकिन उसके मन में अब भी एजेंसी में चल रहे मिशन को जानने की सुगमता रहती है. वह जेके से हर मिशन की पूरी जानकारी लेता है, साथ ही उनकी सहायता भी कर देता है. पत्नी के जन्म दिन पर सुचि के साथ उसकी दो दो बात हो जाती है और गुस्से में सुचि कह देती है कि बेहतर था कि श्रीकांत अपने पुराने काम में वापस लौट जाता। श्रीकांत को तो जैसे मन मांगी इच्छा बिना कहे मिल गई. दूसरे दिन वह कंपनी रिजाइन देता है और वापस एजेंसी ज्वॉइन कर लेता है।
श्रीकांत तिवारी के लिए प्रधानमंत्री बसु और श्रीलंका के राष्ट्रपति की सफल मिलाप करवाना इतना सिम्पल काम नहीं है।उसके इस मिशन में बाधा डालने के लिए श्रीकांत के पुराने दुश्मन उसके परिवार पर नजर गड़ाए बैठे हैं।वे श्रीकांत की बेटी को किडनैप कर लेते हैं. अब एक ओर श्रीकांत के सामने देश सेवा के लिए चेन्नई में अपने मिशन को पूरा करने का कार्यभार है, तो दूसरी तरफ मुंबई में किडनैप अपनी बेटी को आतंकवादियों के गिरफ्त से बचाना। दोनों के वायर एक दूसरे से लिंक हैं पर श्रीकांत के लिए कौन कितनी इनपोर्ट रखता है यह जानने के लिए सीरीज जरूर देखनी पड़ेगी। एक तरफ पिता का और दूसरी ओर देश का फर्ज. श्रीकांत इन दोनों में से किसे बचाएगा और किसकी कुर्बानी देगा यह देखना होगा?
एक्टिंग
पहले सीजन की बात करे तो जिस श्रीकांत तिवारी को देखा था, उसमे अभी भी किसी प्रकार से चेंज नहीं हुआ। हां कार्य जरूर बदला पर दिल तो अभी भी देश के लिए धड़कता है। श्रीकांत के रोल में मनोज बाजपेयी दर्शकों की उम्मीद पर 100% खरे उतरे हैं. अपने गुस्से को हल्के नोट पर ह्यूमरस अंदाज में व्यक्त करने का तरीका अब भी नहीं बदला।सामंथा अक्किनेनी ने राजी के रोल को पूरी तरह सिद्ध किया है। कैसे एक अबला नारी सी दिखने वाली ओरत खूंखार और निर्दयी बन जाती है, इसे राजी ने बखूबी दिखाया है। वेब सीरीज की डिमांड के मुताबिक राजी को शो में पूरे समय चेहरे पर एक सपाट भाव लेकर चलना था जो कि सामंथा ने इतनी बारीकी से पेश किया कि एक बार को शक हो जाए कि ये फिल्मों में नजर आने वाली वही चुलबुली-खूबसूरत सामंथा ही है. श्रीकांत तिवारी के चरित्र में मनोज बाजपेयी तो राजी के रोल में सामंथा बिल्कुल सटीक नजर आए हैं. सीरीज के मुख्य किरदारों में इस टाइम श्रीकांत तिवारी की बेटी धृति (अश्लेषा ठाकुर) को भी अहम रोल मिला ।चीढ़चीड़े स्वभाव को अश्लेषा ने भी शानदार तरीके से दिखा। इसके अलावा , सनी हिंदुजा, शरद केलकर,वेदांत सिन्हा, शारिब हाशमी, सीमा बिस्वास, दिलीप ताहिल, शाहाब अली, प्रियामणि समेत अन्य कलाकारों की भी तारीफ बनती है.
कहां खल रही कमी?
The Family Man सीरीज कमी की बात करें तो इस बार सीरीज में मूसा (नीरज माधव) की कमी खल रही है। शो के पहले पार्ट में मासूम से दिखने वाले खूंखार आतंकवादी मूसा ने जो तबाही मचाई और जिस तरह सस्पेंस थ्रिलर दिखाया गया था, वह इस बार कहीं कम दिखी. हां, राजी ने भले ही मूसा की स्थान लिया पर वह आक्रामकता इस बार के सीजन में पहले से कम दिखी. कहीं कहीं पर लगा कि शो में कुछ सीन्स को जबरदस्ती डाल दिया गया है। आप के हिसाब से और कुछ भी हो सकता है।
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