हनुमान जयंती 2021।Hanuman Jayanti 2021
हेल्लो दोस्तो आज हम हनुमान जयंती के बारे में बात करेंगे। हनुमान जयंती पूरे भारत में मनाई जाती है। हनुमान जयंती पर अलग-अलग जगह पर धार्मिक कार्यक्रम किए जाते हैं। हनुमान जी को बाहुबली माना जाता है। व हनुमान जी के कई राज्यों में चमत्कारी स्थान भी है। उनमें से चमत्कारी स्थान मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की तहसील सौसर में चमत्कारी जामसावली हनुमान मंदिर है। यहां पर बहुत सी संख्या में श्रद्धालु लोग आते हैं ,अलग-अलग राज्य से भी आते हैं। वैसे भारत में कुल 37 चमत्कारी हनुमान मंदिर है।
हनुमान जयंती कब मनाई जाती है?
हनुमान जयंती चित्र महास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है। इसे ही हनुमान जन्मोत्सव के रूप में भी जाना जाता हैं। शास्त्रों के अनुसार हनुमान जयंती कार्तिकी कृष्णा चतुर्दशी और चैत्र शुक्ल पूर्णिमा दोनों ही दिन मनाया जाता है। 2021 में चैत्र मास की शुक्ल पूर्णिमा 27 अप्रैल आज दिन मंगलवार को है। इसी दिन हनुमान जी के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की भी पूजा की जाती है। शास्त्रों के अनुसार बजरंगबली यानी कि हनुमान जी के आराध्य प्रभु श्री राम को माना जाता हैं। इसी लिए पवनपुत्र हनुमानजी को प्रसन्न करने के उनकी पूजा के साथ हनुमान जी के आराध्य प्रभु श्री राम पूजा की जाती हैं। इस दिन पूर्णिमा होने के कारण भगवान विष्णु की पूजा और सत्यनारायण की कथा का आयोजन किया जाता है और कथा सुनी जाती है। इस दिन बजरंगबली की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है।
हनुमान जयंती पर पूजा-अर्चना
हनुमान जयंती के उपलक्ष में जगह जगह पर कार्यक्रम किए जाते हैं। यहां प्रमुख हिंदुओं का त्यौहार की और इसे त्यौहार की तरह भी सेलिब्रेट किया जाता है।इस दिन पूर्णिमा होने के कारण भगवान विष्णु और सत्यनारायण कथा का आयोजन भी किया जाता है और कथा सुनी जाती है। हनुमान जयंती के उपलक्ष पर मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है। और हनुमान जयंती पर पैदलयात्रा निकाली जाती है। और हनुमान जयंती पर विशेष जातियों का भी आयोजन किया जाता है। और इसमें बहुत से बच्चे हिस्सा लेकर कार्यक्रम को प्रस्तुत करते हैं। परन्तु इस बार corona काल होने के कारण श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों के कपाट बंद होगी। और इस मौके पर श्रद्धालुओं के लिए कोरोना से मुक्ति के लिए विशेष पूजा अर्चना की जाएंगी।
हनुमान जयंती पर कार्यक्रम
हनुमान जयंती पर गांवो-शहरो में पूजा पाठ, हनुमान चालीसा पाठ का किया जाता है। इस अवसर पर गांवो-शहरो में जगह - जगह पर भंडारों का आयोजन भी किया जाता है। हनुमान जयंती के अवसर नाटक भी किया जाता है। श्रद्धालु अपने घरों में भी हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन भी किया करते है।
हनुमान जयंती का महत्व
पवन पुत्र हनुमान भगवान शिव के 11अवतार है। हनुमान जी को अन्य - अन्य नामों से भी जाना जाता है।उनके 108 नाम भी है। इसी दिन बजरग बली का जन्म हुआ था। हनुमान जी भक्तो के सभी कष्टों को दूर करते है , इस लिए इन्हें संकट मोचन के नाम से भी जाना जाता है।
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